Table Of Content
नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है ?What is network topology
नेटवर्क टोपोलॉजी के प्रकार (Types of Network Topology)
रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology)
बस टोपोलॉजी (Bus Topology)
स्टार टोपोलॉजी (Star Topology)
 मेश टोपोलॉजी (Mesh Topology)
 ट्री टोपोलॉजी (Tree Topology)
 संक्षिप्त में (what is network topology)
सारांश (what is network topology)
Network topology, networking, network topology text
Network topology ?

नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है ?What is network topology

पिछले पोस्ट में हमने नेटवर्क के बारे में बहुत कुछ सीख चुके है। यदि आपने हमारा पिछला पोस्ट नहीं पढ़ा है तो इस नेटवर्क पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं। आइए अब जानते हैं कि (what is network topology) नेटवर्क टोपोलॉजी क्या होता है? नेटवर्क टोपोलॉजी कितने प्रकार के होते हैं ? और यह काम कैसे करता है ?

So आज टेक्नोलॉजी के इस जमाने में हम कई सारे  डाटा एक दूसरे से सांझा करते हैं। या डाटा शेयरिंग मोबाइल या फिर लैपटॉप से किया जाता है। और यह डाटा शेयरिंग  नेटवर्किंग के माध्यम से होता है। और आज के इस पोस्ट में हम इसी नेटवर्किंग टोपोलॉजी के बारे में चर्चा करेंगे।

सबसे पहले हमें यह जानना होगा की टोपोलॉजी किसे कहा जाता है ? what is meant by topology दोस्तों मैं आपको बता दूं की किसी भी नेटवर्क की आकृति (Designe) या उसके लेआउट को टोपोलॉजी कहा जाता है। या टोपोलॉजी किसी नेटवर्क में कंप्यूटर के ज्यामितीय व्यवस्था को कहते हैं। नेटवर्क किस प्रकार एक दूसरे से जुड़े होते हैं। तथा एक दूसरे के साथ डाटाओं का शेयरिंग करते हैं। यह सब उस नेटवर्क की टोपोलॉजी यानी कि नेटवर्क की आकृति पर निर्भर करती है। और आगे यह जानेंगे की इस नेटवर्क की कितनी आकृतियां अर्थात टोपोलॉजी होते हैं। (types of topology in Networking in hindi) सामान्यतः यह आकृति Physical या Logical होती है।

 नेटवर्क टोपोलॉजी के प्रकार (Types of Network Topology)

  •  रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology)
  •  बस टोपोलॉजी (Bus Topology)
  •  स्टार टोपोलॉजी (Star Topology)
  •  मेश टोपोलॉजी (Mesh Topology)
  •  ट्री टोपोलॉजी (Tree Topology)

दोस्तों अभी तक आप जान चुके हैं, कि टोपोलॉजी क्या होता है ? what is meant by network topology and its types और यह कितने प्रकार के होते हैं ? चलिए अब इनके प्रकारों के बारे में विस्तार से जानते हैं ?

रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology)

इस भाग में आप पढ़ेंगे की रिंग टोपोलॉजी क्या है ? और इसके फायदे और नुकसान क्या है ? दोस्तों इस नेटवर्क में कोई होस्ट (Host) या सेंट्रल कंट्रोलिंग कंप्यूटर नहीं होता। जैसा कि इसके चित्र में प्रदर्शित है। सभी कंप्यूटर एक गोलाकार आकृति के रूप में लगे होते हैं। प्रत्येक कंप्यूटर अपने अधीनस्थ (subordinate) कंप्यूटर से जुड़े होते हैं। लेकिन इनमें कोई भी कंप्यूटर मास्टर कंप्यूटर नहीं होता। इसे Circular नेटवर्क भी कहा जाता है।

रिंग नेटवर्क अर्थात गोलाकार आकृति वाले इस नेटवर्क में कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़े होने के कारण साधारण गति से डाटा का आदान प्रदान करते हैं। तथा एक कंप्यूटर से दूसरे किसी कंप्यूटर में डाटा प्राप्त करने पर उसके मध्य के अन्य कंप्यूटर को यह निर्धारित करना होता है कि वह डाटा उनके लिए है या नहीं। यदि यह डाटा उस कंप्यूटर के लिए नहीं है तो उस डाटा को दूसरे कंप्यूटर में आगे (pass) भेज दिया जाता है।

लाभ

  • इस प्रकार के नेटवर्क में यदि कोई  एक लाइन  या कंप्यूटर कार्य  करना बंद कर दें, तो इस स्थिति में दूसरी दिशा की लाइन के द्वारा काम किया जा सकता है।
  •  रिंग टोपोलॉजी स्टार टोपोलॉजी से अधिक विश्वसनीय है। क्योंकि यह किसी एक कंप्यूटर पर निर्भर नहीं होता।
  •  नेटवर्क अधिक कुशलता के साथ कार्य करता है क्योंकि इसमें कोई होस्ट या कंट्रोलिंग कंप्यूटर नहीं होता है।

हानि

  • स्टार टोपोलॉजी की तुलना में कम प्रचलित है। क्योंकि इस नेटवर्क पर कार्य करने के लिए अत्यंत जटिल सॉफ्टवेयर की आवश्यकता पड़ती है।
  • इसकी गति नेटवर्क में लगे कंप्यूटर पर निर्भर करती है। यदि कंप्यूटर कम है तो गति अधिक होगी और यदि कंप्यूटरों की संख्या अधिक होगी तब इसकी गति कम होती जाती है

अब आप यह जान चुके हैं। कि रिंग टोपोलॉजी क्या है ? इसकी संरचना कैसी होती है ? यह काम कैसे करता है ? तथा इसके लाभ और हानि क्या क्या हैं ? चलिए इसी कड़ी में अब आगे बढ़ते हुए हम बस टोपोलॉजी के बारे में भी जान लेते हैं।

बस टोपोलॉजी (Bus Topology)

इस भाग में हम पढ़ेंगे कि बस टोपोलॉजी क्या है ? What is Bus Topology यह कार्य कैसे करता है ? इसकी संरचना कैसी होती है ? तथा इसके फायदे और नुकसान के बारे में पढ़ेंगे ?

बस टोपोलॉजी में एक ही तार का प्रयोग किया जाता है। सभी कंप्यूटर तथा अन्य डिवाइस एक क्रम में जुड़े होते हैं। इस तार के प्रारंभ तथा अंतिम छोर में एक विशेष प्रकार का डिवाइस लगा होता है। जिसे हम टर्मिनेटर कहते हैं। टर्मिनेटर का कार्य सिग्नल को नियंत्रित करना होता है।

 लाभ

  • इसमें स्टार तथा ट्री टोपोलॉजी की तुलना में कम केबल का प्रयोग किया जाता है।
  •  बस टोपोलॉजी को इंस्टॉल करना सरल होता है।

हानि 

  • इसमें किसी एक कंप्यूटर के खराब हो जाने पर डाटा का संचार रुक जाता है।
  •  संचार में किसी दूसरे कंप्यूटर को जोड़ना कठिन होता है।

Read More

  • VPN क्या है ? और यह काम कैसे करता है – हिंदी में पूरी जानकारी
  • इंटरनेट का मालिक कौन है ? Owner of the Internet in hindi
  • What is Internet Service Provider in hindi – इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) क्या है?
  • Network क्या है ? और कितने प्रकार के होते हैं ? (What is Network in Hindi)
  • what is Internet in hindi इंटरनेट क्या है?

स्टार टोपोलॉजी (Star Topology)

अब हम रिंग और बस टोपोलॉजी के बारे में पूरी तरह से जान चुके हैं ? अब हम यह जानेंगे की स्टार टोपोलॉजी क्या है ? What is Star Topology इसकी संरचना कैसी होती है ? यह कार्य कैसे करता है ? तथा स्टार टोपोलॉजी के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे। दोस्तों स्टार टोपोलॉजी में एक होस्ट कंप्यूटर होता है। जिसे सीधे-सीधे आपस में जोड़ दिया जाता है। इसमें लोकल कंप्यूटर आपस में एक दूसरे से नहीं जुड़े होते हैं। इनको आपस में जोड़ने के लिए होस्ट कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है। होस्ट कंप्यूटर के द्वारा ही पूरे नेटवर्क को नियंत्रित किया जाता है।

लाभ  

  • यदि कोई एक लोकल कंप्यूटर कार्य करना बंद कर दे तो से कंप्यूटर नेटवर्क में कोई प्रभाव नहीं पड़ता है क्योंकि यह  सभी एक होस्ट कंप्यूटर से जुड़े होते हैं
  • इस टोपोलॉजी में किसी कंप्यूटर को होस्ट कंप्यूटर से जोड़ने के लिए लाइन बिछाने में लागत कम लगती है तथा अपेक्षाकृत यह आसान होते हैं
  •  इसमें लोकल कंप्यूटर की संख्या बढ़ाए जाने पर एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर सूचनाओं के आदान-प्रदान की गति में कोई प्रभाव नहीं पड़ता है क्योंकि दो कंप्यूटर्स के बीच केवल एक होस्ट कंप्यूटर ही रहता है

हानि

  •  यह पूरा सिस्टम होस्ट कंप्यूटर पर निर्भर रहता है। यदि होस्ट कंप्यूटर कार्य करना बंद कर दे तो सभी नेटवर्क फेल हो जाते हैं।

मेश टोपोलॉजी (Mesh Topology)

दोस्तों चलिए अब जानते हैं, कि मेश टोपोलॉजी क्या होता है ? What is Mesh Topology इसकी संरचना कैसी होती है ? तथा यह कार्य कैसे करते हैं ? मेश टोपोलॉजी को मेश नेटवर्क टोपोलॉजी या मेश भी कहा जाता है। यह एक नेटवर्क टोपोलॉजी है। जिसमें डिवाइसेज, नेटवर्क नोड के मध्य कई अतिरिक्त इंटरकनेक्शन से जुड़े रहते हैं। मेश टोपोलॉजी में सभी नोड नेटवर्क के अन्य सभी नोड से जुड़े होते हैं। अर्थात  जैसा कि आप चित्र में देख रहे हैं। की मेश टोपोलॉजी में सभी कंप्यूटर आपस में कहीं न कहीं एक दूसरे से  जुड़े (interconnections) होते हैं। जिससे किसी एक नेटवर्क के बंद हो जाने पर दूसरा  कंप्यूटर नेटवर्क कार्य करता रहता है।

लाभ 

  • यह कंप्यूटर नेटवर्क अधिक सुरक्षा और गोपनीयता प्रदान करता है।
  • किसी भी falt को आसानी से ठीक किया जा सकता है।

हानि

  •  इंस्टॉल करने में  अधिक  तार की जरूरत पड़ती है, जिससे खर्च भी बढ़ जाता है।
  •  इसको कॉन्फ़िगर करना अपेक्षाकृत जटिल होता है।

 ट्री टोपोलॉजी (Tree Topology)

 दोस्तों अब आप पिछले चारों टोपोलॉजी के बारे में अच्छी तरह से जान चुके हैं। चलिए अब इस अंतिम टोपोलॉजी जिसका नाम है ट्री टोपोलॉजी के बारे में जानते हैं, की ट्री टोपोलॉजी क्या है ? What is Tree Topology यह कार्य कैसे करता है ? इसकी संरचना कैसी होती है ? तथा इसके लाभ एवं हानि के बारे में भी चर्चा करेंगे। जैसा कि ट्री टोपोलॉजी के नाम से ही पता चलता है, कि इसकी संरचना पेड़ों जैसी होगी। अर्थात इस टोपोलॉजी में बस तथा स्टार दोनों प्रकार की टोपोलॉजी के लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें स्टार टोपोलॉजी की भांति वर्क स्टेशन का एक समूह होता है। जोकि बैकबोन तार (Cable) से जुड़ा होता है। ट्री टोपोलॉजी में नेटवर्क का विस्तार अपेक्षाकृत अधिक होता है।

 लाभ 

  • कई हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर विक्रेताओं के द्वारा सपोर्ट किया जाता है।
  • ट्री टोपोलॉजी में प्रत्येक खंड के लिए पॉइंट टू पॉइंट तार बिछाया जाता है।
  • यदि कोई लोकल कंप्यूटर कार्य करना बंद कर दे, तो इससे अन्य कंप्यूटर प्रभावित नहीं होते हैं।
  • टोपोलॉजी को इंस्टॉल करना सरल होता है।

हानि

  • यदि बैकबोन लाइन टूट जाती है, तो पूरा सेगमेंट रुक जाता है।
  • अन्य टोपोलॉजी की अपेक्षा ट्री टोपोलॉजी में तार बिछाना तथा इसे  कॉन्फ़िगर करना अपेक्षाकृत अधिक कठिन होता है।
  • प्रत्येक खंड में प्रयोग किए गए तार की लंबाई अधिक होती है।
  • इसमें यदि कोई होस्ट कंप्यूटर खराब हो जाए तो उस होस्ट से जुड़े सभी कंप्यूटर प्रभावित होते हैं।

 संक्षिप्त में (what is network topology)

जब भी हम कोई डाटा, फोटो, वीडियो, ऑडियो, पी.डी.एफ. आदि शेयर करते हैं। तब हम नेटवर्क का प्रयोग कर रहे होते हैं। नेटवर्क टोपोलॉजी, नेटवर्क का एक भाग है। जिसमें  हम  नेटवर्क टोपोलॉजी के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करेंगे।

  •  नेटवर्क टोपोलॉजी मुख्यतः 5 प्रकार के होते हैं। रिंग, बस, स्टार, मेश, तथा ट्री टोपोलॉजी।
  •  रिंग नेटवर्क लोकल एरिया नेटवर्क है। जिसमें रिंग के रूप में टोपोलॉजी होता है। तथा इसमें कोई होस्ट कंप्यूटर या केंद्रीय नियंत्रक कंप्यूटर नहीं  लगा होता है।
  •  बस नेटवर्क में रिंग नेटवर्क के साथ कुछ समानताएं होती हैं जिनमें कोई  केंद्रीय नियंत्रक  कंप्यूटर नहीं होता है।
  •  स्टार तथा रिंग टोपोलॉजी की अपेक्षा बस टोपोलॉजी में केबलों का  कम प्रयोग किया जाता है। संरचना में नए नोड को जोड़ना अधिक जटिल होता है।
  • इस नेटवर्क टोपोलॉजी में एक होस्ट कंप्यूटर होता है। जो विभिन्न कम्प्यूटरों से जुड़ा रहता है।
  •  स्टार टोपोलॉजी में संपूर्ण नेटवर्किंग सिस्टम होस्ट कंप्यूटर पर  निर्भर रहते हैं। यदि होस्ट कंप्यूटर कार्य करना बंद कर दे तो संपूर्ण नेटवर्क बेकार हो जाता है।
  •  मेश एक नेटवर्क टोपोलॉजी है जिसमें डिवाइसेज नेटवर्क नोड के मध्य कई इंटरकनेक्शन होता है। सिस्टम आपस में एक दूसरे से कहीं न कहीं जुड़े होते हैं।
  •  ट्री टोपोलॉजी में बस तथा स्टार दोनों प्रकार की टोपोलॉजी के लक्षण मिलते हैं।

सारांश (what is network topology)

दोस्तों  आज के इस पोस्ट में आपने पढ़ा कि नेटवर्क टोपोलॉजी क्या होता है ? और यह कितने प्रकार के होते हैं ? साथ ही इनके क्या फायदे और क्या नुकसान हैं, इन सभी के बारे में जाना। मुझे पूरा उम्मीद है, कि आपको मेरा यह लेख what is network topology पसंद आया होगा। यदि आपको इस पोस्ट से कुछ भी सीखने को मिला Then Please इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर अपने मित्रों के साथ साझा (Share) जरूर करें। जिससे टोपोलॉजी के बारे में  औरों को  भी जानकारी प्राप्त हो सके। धन्यवाद...!

Post a Comment

और नया पुराने