होली पर्व पर निबंध लेखन
होली हिंदुओं का पवित्र धार्मिक त्यौहार है । यह त्योहार हर वर्ष फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है ।
इसके पीछे एक धार्मिक कहानी है। राक्षस राजा हिरण्यकश्यप अपने को ईश्वर मानता था। उसका राज्य में आदेश था कि घर - घर में उसकी पूजा हो परंतु राजा का पुत्र प्रहलाद ईश्वर का भक्त था। राजा ने उसे बहुत समझाया पर प्रहलाद ने ईश्वर भक्ति नहीं छोड़ी और राजा बहुत नाराज हुआ, राजा की बहन होलिका को आग में जलने का वरदान प्राप्त था। उसने अपने बहन को आज्ञा दिया कि वह प्रहलाद को गोद में लेकर आग में बैठे।और होलिका ने भाई की आज्ञा का पालन किया। पर ईश्वर भक्त प्रहलाद इस अग्नि में बच गया, और होलिका जल गई।
पूर्णिमा की रात को लकड़ी कंडों का ढेर सजाकर उसमें आग लगाई जाती है। होलिका की मूर्ति भी कहीं-कहीं लोग जलाते हैं। लोग ढोल मंजीरे बजाकर फागुन के गीत गाते हैं।
दूसरे दिन लोग एक दूसरे को होली में रंग गुलाल लगाकर आपस में गले मिलते हैं। बच्चे पिचकारी चलाते हैं। मिठाई बनाई जाती है। सब तरफ प्रसन्नता का वातावरण छा जाता है। इस प्रकार अनेक रंग में मिलकर सब एकता के रंग में बंध जाते हैं।
होली पर्व मेलजोल की प्रेरणा देता है।
Happy Holi To You.....!!
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Wow sir apka article bohut accha lga mujhe. Sir aap please Hostel life ke bare me bhi jarur likhe.
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